Pimples (मुंहासे) होने के कारण – प्रकार और उपाय
1. हार्मोनल बदलाव (Hormonal Changes)
मुंहासों का सबसे प्रमुख कारण हार्मोनल बदलाव होते हैं, खासकर किशोरावस्था (Teenage) में। इस उम्र में शरीर में एंड्रोजन जैसे हार्मोन की मात्रा बढ़ जाती है, जिससे त्वचा में Sebum (तेल) का उत्पादन अधिक होता है और रोमछिद्र (pores) बंद हो जाते हैं।
महिलाओं में हार्मोनल कारण:
- पीरियड्स के समय
- गर्भावस्था (Pregnancy)
- PCOS (Polycystic Ovary Syndrome)
- मेनोपॉज के दौरान
पुरुषों में:
Testosterone हार्मोन का असंतुलन अधिक Sebum बनाता है जिससे पिंपल्स की समस्या हो सकती है।
2. अत्यधिक ऑयल प्रोडक्शन
त्वचा में Sebaceous Glands प्राकृतिक रूप से तेल बनाती हैं ताकि त्वचा को नम रखा जा सके, लेकिन जब यह अत्यधिक मात्रा में तेल बनाते हैं, तब रोमछिद्र ब्लॉक हो जाते हैं जिससे Pimples बनने लगते हैं।
तेल बढ़ने के कारण:
- तेलयुक्त खानपान
- बार-बार चेहरा धोना जिससे त्वचा और अधिक तेल बनाती है
- गर्मी और आर्द्रता वाला मौसम
3. रोमछिद्रों का ब्लॉक होना
जब त्वचा की मृत कोशिकाएं (Dead Skin Cells) और Sebum त्वचा के रोमछिद्रों में जमा हो जाते हैं, तो यह Pores को बंद कर देते हैं और वहीं बैक्टीरिया पनपने लगते हैं जिससे Pimples बनते हैं।
क्लॉगिंग के कारण:
- मेकअप को सही से साफ न करना
- ऑयली स्किन की नियमित देखभाल न करना
- धूल और प्रदूषण के संपर्क में आना
4. बैक्टीरियल इंफेक्शन
Propionibacterium acnes नामक बैक्टीरिया हमारी त्वचा पर प्राकृतिक रूप से रहते हैं, लेकिन जब रोमछिद्र बंद हो जाते हैं, तो यह बैक्टीरिया वहाँ संक्रमण पैदा करते हैं जिससे त्वचा में लालिमा, सूजन और दर्द के साथ Pimples बनते हैं।
इंफेक्शन बढ़ने के कारण:
- गंदे हाथों से चेहरा छूना
- गंदे तकिये या तौलिए का उपयोग
- चेहरे पर बार-बार स्क्रब करना
5. आनुवंशिक कारण (Genetics)
अगर आपके माता-पिता या परिवार में किसी को Pimples की समस्या रही है, तो आपको भी इसकी संभावना अधिक होती है। यह अनुवांशिक प्रवृत्ति Sebum के अधिक उत्पादन और त्वचा की संवेदनशीलता से जुड़ी होती है।
कब होता है ये असर:
- किशोरावस्था में
- 20–30 की उम्र तक
- पुरुषों में अधिक स्पष्ट होता है
6. गलत कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स का उपयोग
बाजार में मिलने वाले कई सस्ते या भारी केमिकल युक्त ब्यूटी प्रोडक्ट्स त्वचा के लिए हानिकारक होते हैं। ये त्वचा की ऊपरी परत को नुकसान पहुँचाकर रोमछिद्रों को बंद कर सकते हैं और Pimples का कारण बन सकते हैं।
कॉस्मेटिक से संबंधित कारण:
- Non-comedogenic Products का इस्तेमाल न करना
- भारी फाउंडेशन, कंसीलर या क्रीम लगाना
- रात को मेकअप न हटाना
7. मानसिक तनाव और नींद की कमी
जब व्यक्ति तनाव में होता है, तो शरीर Cortisol हार्मोन अधिक बनाता है, जो त्वचा में Sebum के उत्पादन को बढ़ाता है। नींद की कमी भी शरीर में हार्मोनल असंतुलन पैदा कर सकती है, जिससे Pimples का खतरा बढ़ जाता है।
तनाव बढ़ने के संकेत:
- नींद न आना या टूट-टूट कर आना
- चिड़चिड़ापन और चिंता
- मुंहासों का बार-बार लौट आना
8. खानपान की गलत आदतें
आप जो खाते हैं, उसका सीधा असर आपकी त्वचा पर पड़ता है। तली-भुनी चीजें, अधिक मीठा, डेयरी उत्पाद और प्रोसेस्ड फूड्स Pimples का बड़ा कारण बन सकते हैं।
पिंपल्स बढ़ाने वाले आहार:
- चॉकलेट और मिठाइयाँ
- पनीर, दूध, चीज़ आदि
- ज्यादा मसालेदार और ऑयली खाना
- फास्ट फूड और पैकेज्ड स्नैक्स
9. हाइजीन की कमी
चेहरे की साफ-सफाई न रखना, तकिए के कवर और तौलिये का समय-समय पर न बदलना, गंदे हाथों से बार-बार चेहरा छूना – ये सब Pimples के लिए जिम्मेदार होते हैं।
हाइजीन से जुड़ी गलतियाँ:
- दिनभर में चेहरा साफ न करना
- फेसवॉश का अधिक या कम इस्तेमाल
- बालों को बार-बार चेहरे पर आने देना
10. धूम्रपान और शराब का सेवन
सिगरेट और शराब त्वचा की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाते हैं। ये त्वचा को ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस में डालते हैं, जिससे त्वचा जल्दी बूढ़ी होती है और Pores बंद होने लगते हैं।
इसके असर:
- त्वचा का रंग फीका पड़ना
- ब्लैकहेड्स और पिंपल्स बढ़ना
- त्वचा की प्राकृतिक चमक कम होना
11. मौसम और पर्यावरणीय बदलाव
गर्मी के मौसम में त्वचा अधिक पसीना और तेल छोड़ती है जिससे Pores बंद हो जाते हैं। वहीं ठंड में त्वचा ड्राय होकर अधिक Sebum उत्पादन करती है। दोनों ही स्थितियाँ Pimples को बढ़ावा देती हैं।
प्रदूषण का असर:
- धूल-मिट्टी त्वचा में जम जाती है
- वाहनों से निकला धुआं त्वचा को नुकसान पहुँचाता है
- UV rays त्वचा की सतह को कमजोर करती हैं
12. त्वचा पर बार-बार छेड़छाड़
पिंपल्स को बार-बार छूना, फोड़ने की कोशिश करना, स्क्रब करना – यह सब न केवल संक्रमण को बढ़ाता है बल्कि पिंपल्स को लंबे समय तक रहने और दाग देने का कारण बनता है।
इनसे क्या नुकसान होता है:
- इंफेक्शन और सूजन
- पिंपल्स का बढ़ना और फैलना
- चेहरे पर स्थायी दाग-धब्बे
13. कुछ दवाओं के साइड इफेक्ट्स
कुछ दवाएं जैसे स्टेरॉयड, एंटीएपिलेप्टिक या हार्मोन थेरेपी वाली दवाएं त्वचा पर प्रभाव डाल सकती हैं और Pimples बढ़ा सकती हैं।
इन दवाओं का असर:
- Sebum उत्पादन बढ़ाना
- त्वचा की संवेदनशीलता में बदलाव
- त्वचा पर लालिमा या सूजन
14. पेट संबंधी समस्याएं
पाचन तंत्र की खराबी भी त्वचा की समस्याओं से जुड़ी होती है। कब्ज, गैस, एसिडिटी जैसी स्थितियाँ शरीर में टॉक्सिन्स बढ़ा देती हैं, जिससे Pimples हो सकते हैं।
पाचन संबंधी कारण:
- फाइबर की कमी
- ज्यादा मसाले और तले भोजन
- कम पानी पीना
15. बार-बार चेहरे को धोना या प्रोडक्ट बदलना
कुछ लोग Pimples की समस्या से परेशान होकर बार-बार फेसवॉश या स्किन प्रोडक्ट बदलते रहते हैं। इससे त्वचा की प्राकृतिक सुरक्षा प्रणाली बिगड़ जाती है और Pimples और बढ़ जाते हैं।
गलत आदतें:
- हर हफ्ते स्किन प्रोडक्ट बदलना
- क्लीनज़र या टोनर का अत्यधिक उपयोग
- एक ही ब्रश या स्पंज को बार-बार इस्तेमाल करना
Pimples के प्रकार – मुंहासों के अलग-अलग रूपों की विस्तृत जानकारी
1. व्हाइटहेड्स (Whiteheads)
Whiteheads तब बनते हैं जब रोमछिद्र बंद हो जाते हैं और त्वचा के अंदर Sebum, मृत कोशिकाएं और बैक्टीरिया फंस जाते हैं। ये त्वचा की सतह पर छोटे, सफेद उभरे हुए बिंदुओं के रूप में दिखाई देते हैं।
कैसे पहचानें:
- सफेद या त्वचा के रंग की गांठ
- सतह के नीचे बंद रोमछिद्र
- कोई सूजन या लालिमा नहीं
किन्हें अधिक होते हैं:
- ऑयली स्किन वाले लोग
- मेकअप साफ न करने की आदत
- क्लाइमेट में ह्यूमिडिटी ज़्यादा होने पर
2. ब्लैकहेड्स (Blackheads)
Blackheads खुले हुए रोमछिद्रों में फंसे Sebum और मृत कोशिकाओं से बनते हैं। जब ये ऑक्सीजन के संपर्क में आते हैं, तो ऑक्सीडाइज होकर काले रंग के हो जाते हैं।
कैसे पहचानें:
- त्वचा की सतह पर छोटे काले बिंदु
- नाक, ठोड़ी और माथे पर ज़्यादा दिखाई देते हैं
- कोई सूजन या दर्द नहीं
ज्यादा ब्लैकहेड्स क्यों होते हैं?
- अत्यधिक तेल निकलना
- गलत स्किन केयर प्रोडक्ट्स
- बार-बार चेहरा छूना
3. पस्ट्यूल्स (Pustules)
Pustules वे Pimples होते हैं जिनमें मवाद (pus) भर जाता है। ये Whiteheads के उन्नत रूप होते हैं और सूजन, दर्द और जलन का कारण बन सकते हैं।
कैसे पहचानें:
- लाल किनारे और केंद्र में सफेद मवाद
- दर्द और जलन के साथ सूजन
- चेहरे के अलावा पीठ, कंधे और सीने पर भी हो सकते हैं
कब ज़्यादा दिखते हैं:
- हार्मोनल बदलाव के समय
- तेज़ धूप के संपर्क में आने पर
- त्वचा पर संक्रमण होने पर
4. पप्यूल्स (Papules)
Papules छोटे, गुलाबी या लाल उभार होते हैं जिनमें मवाद नहीं होता लेकिन वे सूजन और दर्द का कारण बनते हैं। ये ज्यादातर शुरुआती स्टेज के Pimples होते हैं।
कैसे पहचानें:
- छोटे, कठोर, गुलाबी या लाल उभार
- कोई मवाद नहीं
- छूने पर दर्द होता है
क्यों होते हैं:
- त्वचा में हल्की सूजन
- बैक्टीरिया से प्रारंभिक संक्रमण
- गंदगी और पसीना जमा होना
5. नोड्यूल्स (Nodules)
Nodules त्वचा के अंदर गहराई में बनने वाले कठोर, बड़े और दर्दनाक Pimples होते हैं। ये गंभीर मुंहासों की श्रेणी में आते हैं और अक्सर लंबे समय तक रहते हैं।
कैसे पहचानें:
- त्वचा के अंदर सख्त और गहरे गांठें
- कोई मवाद नहीं, लेकिन अत्यधिक सूजन और दर्द
- लाल या त्वचा के रंग के हो सकते हैं
ज्यादा कब होते हैं:
- हार्मोनल असंतुलन
- अनुवांशिक प्रवृत्ति
- त्वचा को बार-बार छेड़ने से
6. सिस्टिक पिंपल्स (Cystic Acne)
Cystic Acne सबसे गंभीर प्रकार के Pimples होते हैं। ये त्वचा की गहराई में बनते हैं और इनमें मवाद भर जाता है। ये दर्दनाक होते हैं और इनसे दाग-धब्बे या स्कार्स रह सकते हैं।
कैसे पहचानें:
- गहरे और बड़े मवाद युक्त Pimples
- त्वचा के अंदर सूजन और गर्माहट
- स्पर्श करने पर अत्यधिक दर्द
क्यों होते हैं:
- Genetic प्रवृत्ति
- Hormonal बदलाव
- त्वचा पर भारी कॉस्मेटिक का प्रयोग
7. हार्मोनल पिंपल्स
Hormonal Pimples महिलाओं और किशोरों में अधिक देखे जाते हैं। ये आमतौर पर ठोड़ी, जबड़े और चेहरे के निचले हिस्से में होते हैं।
कैसे पहचानें:
- माहवारी के पहले या दौरान उभरते हैं
- दर्दनाक और गहरे रंग के होते हैं
- नियमित अंतराल पर लौटते हैं
कब होते हैं:
- पीरियड्स के समय
- गर्भावस्था
- PCOS या थायरॉइड की समस्या होने पर
8. मेकेनिकल पिंपल्स (Acne Mechanica)
ये Pimples त्वचा पर बार-बार रगड़, पसीना या गर्मी के कारण होते हैं। हेलमेट, मास्क, हेडबैंड या टाइट कपड़ों से घर्षण इनका प्रमुख कारण है।
कैसे पहचानें:
- त्वचा पर रगड़ वाली जगहों पर Pimples
- खेलते समय या भारी श्रम के बाद उभरते हैं
- थोड़े-थोड़े समूहों में आते हैं
9. मुँह के आसपास के पिंपल्स (Perioral Acne)
यह विशेष प्रकार के Pimples होते हैं जो होंठों के चारों ओर, नाक के नीचे और ठोड़ी के पास निकलते हैं। ये अधिकतर ब्यूटी प्रोडक्ट्स या हार्मोनल बदलाव के कारण होते हैं।
कैसे पहचानें:
- छोटे लाल या गुलाबी पिंपल्स
- खुजली या जलन महसूस हो सकती है
- कई बार साथ में पपड़ी भी बन जाती है
10. पीठ और छाती के पिंपल्स (Body Acne)
सिर्फ चेहरा ही नहीं, बल्कि पीठ, सीना और कंधों पर भी Pimples हो सकते हैं। इन्हें Body Acne कहा जाता है। ये पसीने, कसे हुए कपड़े, और हाइजीन की कमी से होते हैं।
कैसे पहचानें:
- पीठ पर लाल या मवाद युक्त Pimples
- कंधों और गर्दन पर जलन
- खारिश या खुजली के साथ सूजन
Pimples को हटाने के घरेलू और प्राकृतिक उपाय – सुरक्षित और असरदार तरीके
1. नींबू और शहद का उपाय
नींबू में मौजूद विटामिन C त्वचा को साफ करता है और बैक्टीरिया को खत्म करता है, जबकि शहद त्वचा को मॉइश्चराइज करता है और घाव भरने में मदद करता है।
कैसे करें उपयोग:
- 1 चम्मच नींबू का रस और 1 चम्मच शुद्ध शहद मिलाएं।
- चेहरे पर प्रभावित हिस्से पर लगाएं।
- 15–20 मिनट बाद ठंडे पानी से धो लें।
कितनी बार लगाएं:
सप्ताह में 3 बार
2. एलोवेरा जेल से राहत
एलोवेरा में एंटीबैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो Pimples की सूजन को कम करते हैं और दाग-धब्बों को हल्का करते हैं।
उपयोग की विधि:
- ताजा एलोवेरा का पत्ता काटकर जेल निकालें।
- सीधे मुंहासों पर लगाएं।
- रात भर लगा रहने दें और सुबह धो लें।
3. बेसन और हल्दी का फेसपैक
बेसन त्वचा की गंदगी को हटाता है और हल्दी में एंटीसेप्टिक गुण होते हैं जो पिंपल्स को जल्दी ठीक करते हैं।
फेसपैक बनाने की विधि:
- 1 चम्मच बेसन + 1/4 चम्मच हल्दी + गुलाब जल
- पेस्ट बनाकर चेहरे पर लगाएं।
- 20 मिनट बाद हल्के हाथों से मसाज करके धो लें।
4. भाप (Steam Therapy) द्वारा त्वचा की सफाई
भाप से चेहरे के रोमछिद्र खुलते हैं और उसमें जमा गंदगी बाहर निकलती है। यह पिंपल्स को बनने से रोकता है और स्किन को डीप क्लीन करता है।
कैसे करें:
- गर्म पानी में चेहरा 5–10 मिनट रखें।
- बाद में ठंडे पानी से चेहरा धो लें और टोनर लगाएं।
5. बर्फ का प्रयोग (Ice Therapy)
बर्फ से त्वचा की सूजन और लालिमा कम होती है। यह तुरंत राहत देता है, खासकर जब पिंपल्स दर्द कर रहे हों।
उपयोग की विधि:
- बर्फ को एक साफ कपड़े में लपेटें।
- पिंपल्स पर 1 मिनट तक रखें।
- दिन में 2–3 बार दोहराएं।
6. टी ट्री ऑयल (Tea Tree Oil) का प्रयोग
यह एक शक्तिशाली एंटीबैक्टीरियल और एंटीसेप्टिक तेल है जो पिंपल्स के बैक्टीरिया को खत्म करता है और स्किन को क्लियर करता है।
कैसे इस्तेमाल करें:
- 2 बूँद टी ट्री ऑयल को 1 चम्मच नारियल या एलोवेरा जेल में मिलाएं।
- रात में पिंपल्स पर लगाएं और सुबह धो लें।
7. मुल्तानी मिट्टी और गुलाब जल का फेसपैक
मुल्तानी मिट्टी त्वचा से अतिरिक्त तेल और गंदगी हटाकर रोमछिद्रों को साफ करती है। यह स्किन को ठंडक देती है और पिंपल्स के लिए बेहद उपयोगी है।
उपयोग की विधि:
- 2 चम्मच मुल्तानी मिट्टी + गुलाब जल मिलाएं।
- पेस्ट को चेहरे पर लगाएं।
- 20 मिनट बाद ठंडे पानी से धो लें।
8. नीम का उपयोग
नीम एक प्राकृतिक एंटीबायोटिक है जो बैक्टीरिया को नष्ट करता है और त्वचा को पिंपल्स से सुरक्षित रखता है।
नीम के पत्तों से:
- 10-15 नीम के पत्तों को उबालें और पीसकर पेस्ट बनाएं।
- पिंपल्स पर लगाएं और 20 मिनट बाद धो लें।
नीम का पानी:
- उबाले हुए नीम के पानी से दिन में दो बार चेहरा धोएं।
9. दही और ओट्स का स्क्रब
दही त्वचा को पोषण देता है और ओट्स स्किन को एक्सफोलिएट करते हैं। यह रोमछिद्रों से डेड स्किन निकालता है और Pimples को बनने से रोकता है।
कैसे बनाएं स्क्रब:
- 2 चम्मच ओट्स + 1 चम्मच दही
- हल्के हाथों से चेहरे पर मसाज करें।
- 10 मिनट बाद धो लें।
10. टमाटर का रस
टमाटर में लाइकोपीन और विटामिन C होता है जो त्वचा के दाग-धब्बे मिटाता है और Pimples को सुखाता है।
उपयोग:
- टमाटर का रस निकालकर कॉटन से पिंपल्स पर लगाएं।
- 15 मिनट बाद चेहरा धो लें।
11. रात को मेकअप हटाना
रात में मेकअप के साथ सोने से स्किन के पोर्स बंद हो जाते हैं जिससे Pimples बढ़ते हैं।
सही तरीका:
- मेकअप रिमूवर या नारियल तेल से मेकअप हटाएं।
- माइल्ड फेसवॉश से चेहरा साफ करें।
12. खाने में बदलाव
त्वचा की सेहत आपके खानपान से सीधा जुड़ी होती है। सही डाइट पिंपल्स को नियंत्रित करने में मदद करती है।
क्या खाएं:
- हरी सब्जियाँ, फल, नारियल पानी
- ओमेगा-3 युक्त आहार (अखरोट, अलसी)
- अधिक पानी (3–4 लीटर प्रतिदिन)
क्या न खाएं:
- फास्ट फूड और ज्यादा चीनी
- डेयरी प्रोडक्ट्स
- तले और मसालेदार खाद्य
13. नींद और तनाव नियंत्रण
तनाव और नींद की कमी हार्मोन को असंतुलित करती है, जिससे Pimples अधिक होते हैं।
उपाय:
- हर दिन कम से कम 7–8 घंटे की नींद
- ध्यान, योग या प्राणायाम का अभ्यास करें
- सोने से पहले स्क्रीन टाइम कम करें
14. स्किन केयर रूटीन फॉलो करें
नियमित स्किन केयर से त्वचा स्वस्थ रहती है और Pimples से बचा जा सकता है।
रूटीन:
- मॉर्निंग – फेसवॉश, टोनर, मॉइश्चराइज़र, सनस्क्रीन
- नाइट – मेकअप रिमूव, क्लींजिंग, सीरम, मॉइश्चराइज़र
विकल्प:
- ऑयली स्किन के लिए जेल-बेस्ड प्रोडक्ट्स
- सेंसिटिव स्किन के लिए हाइपोएलर्जेनिक प्रोडक्ट्स
15. नियमित रूप से टॉवेल और तकिया कवर बदलें
गंदे तकिए और तौलिए में बैक्टीरिया पनप सकते हैं जो Pimples को बढ़ावा देते हैं।
सावधानियाँ:
- हर 2–3 दिन में तकिया कवर बदलें
- तौलिया केवल चेहरे के लिए अलग रखें
FAQs – Pimples (मुंहासों) से जुड़े सामान्य सवाल
Q1: Pimples होने के सबसे आम कारण क्या हैं?
Ans: Pimples होने के मुख्य कारणों में हार्मोनल बदलाव, ऑयली स्किन, गंदगी या मेकअप से रोमछिद्रों का बंद होना, तनाव, और गलत खानपान शामिल हैं।
Q2: क्या Pimples सिर्फ किशोरावस्था में ही होते हैं?
Ans: नहीं, Pimples किसी भी उम्र में हो सकते हैं। यह हार्मोन, लाइफस्टाइल, या स्किन केयर की कमी के कारण वयस्कों में भी देखे जाते हैं।
Q3: Pimples कितने प्रकार के होते हैं?
Ans: Pimples के कई प्रकार होते हैं जैसे – व्हाइटहेड्स, ब्लैकहेड्स, पप्यूल्स, पस्ट्यूल्स, नोड्यूल्स, सिस्टिक एक्ने, हार्मोनल पिंपल्स और बॉडी एक्ने।
Q4: क्या Pimples को हाथ लगाने या फोड़ने से नुकसान होता है?
Ans: हां, Pimples को छेड़ने या फोड़ने से स्किन में संक्रमण फैल सकता है और दाग-धब्बे या स्थायी निशान पड़ सकते हैं।
Q5: क्या घरेलू उपायों से Pimples हट सकते हैं?
Ans: हां, नीम, एलोवेरा, मुल्तानी मिट्टी, बेसन-हल्दी, और भाप जैसे कई घरेलू उपाय Pimples को कम करने में मददगार होते हैं, यदि नियमित रूप से अपनाए जाएं।
Q6: Pimples से बचने के लिए क्या खाना चाहिए और क्या नहीं?
Ans: Pimples से बचने के लिए हरी सब्जियाँ, ताजे फल, पानी और नारियल पानी पिएं। तला हुआ, अधिक मीठा और डेयरी उत्पादों से परहेज करें।
Q7: Pimples से बचाव के लिए स्किन केयर रूटीन क्या होनी चाहिए?
Ans: दिन में दो बार फेसवॉश करें, टोनर लगाएं, जेल-बेस्ड मॉइश्चराइज़र का प्रयोग करें और धूप में जाने से पहले सनस्क्रीन लगाएं। रात को मेकअप ज़रूर हटाएं।
Q8: हार्मोनल Pimples को कैसे पहचानें?
Ans: हार्मोनल Pimples आमतौर पर ठोड़ी, जबड़े और चेहरे के निचले हिस्से में होते हैं, जो माहवारी या हार्मोनल बदलाव के दौरान उभरते हैं।
Q9: क्या Pimples के लिए डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए?
Ans: अगर Pimples लंबे समय तक बने रहें, बहुत दर्दनाक हों या बार-बार लौट आएं, तो डर्मेटोलॉजिस्ट से सलाह लेना ज़रूरी है।
Q10: क्या Pimples पूरी तरह ठीक हो सकते हैं?
Ans: हां, अगर सही स्किन केयर, खानपान, और आवश्यक उपचार अपनाए जाएं तो Pimples पूरी तरह ठीक हो सकते हैं और स्किन को फिर से साफ व स्वस्थ बनाया जा सकता है।
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